कविताएं
रेखा चित्र
इस सुंदर कविता में प्रभाकर माचवे जी ने एक अंधे भिखारी का शब-चित्र खींचा है, जो कि बाजार में चलने वाले लोगों के बारे में याद रखता है - राजीव कृष्ण सक्सेना
माता की मृत्यु पर?
माता जन्म देती है और बच्चे को नायाब प्यार के साथ उठाती है। वह हम सभी के लिए भगवान की छवि के सबसे करीब है प्रसिद्ध हिंदी कवि प्रभाकर माचवे के विलाप को पढ़ें, जब वह आखिरी बार सांस ली...